Being Ignorant is Not so Much a Shame, as Being Unwilling To Learn.
पौड़ी गढ़वाल उत्तराखंड राज्य का एक पहाड़ी जिला है जो 1840 में में राजधानी श्रीनगर से पोड़ी स्थानातरित की गयी और पोड़ी को जिला बनाया गया था !
इससे पहले 1815 से 1840 तक ब्रिटिश गढ़वाल की राजधानी श्रीनगर थी!
इसका क्षेत्रफल 5230 वर्गकिमी है स्वतंत्रता के बाद 1970 में इसे गढ़वाल मंडल का मुख्यालय बनाया गया !
वर्तमान में जिला पौड़ी गढ़वाल में 15 विकासखंड हैं पौड़ी , कोट , कालजिखाल, खिर्सु , पाबो ,थैलीसैन ,बिरोखाल ,नैनीटाडा ,एकेश्वर ,पोखरा , रिखानिखाल ,जखानिखाल ,द्वारीखाल ,दुगड्डा ,यमकेश्वर
वर्तमान में जिला पौड़ी गढ़वाल में तहसील- 13 हैं चौबटाखाल ,धुमाकोट , कोटद्वार , लैसडाउन ,पौड़ी , सतपुली , श्रींनगर , थैलीसैन , यमकेश्वर ,चकिसैन ,जखानिखाल , बिरोखाल ,रिखानिखाल..
जिला पौड़ी गढ़वाल के अंतर्गत 6 विधानसभा सीट है - यमकेश्वर, कोटद्वार ,चौबटाखाल , लैसडाउन ,पौड़ी(SC),श्रींनगर(SC)
जिला पौड़ी गढ़वाल के अंतर्गत 1 नगर निगम है - कोटद्वार
जिला पौड़ी गढ़वाल के अंतर्गत 3 नगरपालिका परिषद् है - श्रींनगर,पौड़ी,दुगड्डा
जिला पौड़ी गढ़वाल के अंतर्गत 2 नगर पंचायत है - स्वर्गाश्रमजोंक,सतपुली
जिला पौड़ी गढ़वाल के अंतर्गत क्षेत्र पंचायत है - 15 विकासखंड में क्षेत्र पंचायते है
जिला पौड़ी गढ़वाल के अंतर्गत 1212 ग्राम पंचायत है जिसमे प्रत्येक विकासखंड में बिरोखाल (102) ,दुगड्डा (102) , पौड़ी(63) , कोट(69) , कालजिखाल(87) , खिर्सु(43) , पाबो(74) ,थैलीसैन(107) ,नैनीटाडा(88) ,एकेश्वर(82) ,पोखरा(58) , रिखानिखाल(81) ,जखानिखाल(73) ,द्वारीखाल(97) ,यमकेश्वर(86) ग्राम पंचायते हैं !
संस्थान का नाम | स्थापना | स्थिति | अन्य |
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उच्च स्थलीय पौध शोध संस्थान | श्रींनगर(पौड़ी) | यहाँ उच्च स्थलीय पौध का रिसर्च इंस्टिट्यूट स्थित है | |
राष्ट्रीय प्रोधोगिकी संस्थान (NIT) | 2009 | श्रींनगर(पौड़ी) | यह पौड़ी में स्थित है |
हाई ऑलटीट्युड प्लांट फिजियोलोजी रिसर्च सेंटर | श्रींनगर(पौड़ी) | यह पौड़ी में स्थित है | |
गढ़वाल मंडल विकास निगम | पौड़ी | यह पौड़ी में स्थित है | |
गढ़वाल विश्वविद्यालय | श्रींनगर(पौड़ी) | यह केन्द्रीय विश्वविद्यालय है | |
गढ़वाल रायफल्स | नवम्वर 1887 | लैसडाउन(पौड़ी) | यह पौड़ी में स्थित है |
हिमालयन पुरातत्व एवं नृवंशीय संग्रहालय | 1980 | श्रींनगर(पौड़ी) | यह पौड़ी में स्थित है |
मोलाराम चित्र संग्रहालय | श्रींनगर(पौड़ी) | यह पौड़ी में स्थित है | |
भारत इलेक्ट्रॉनिक | कोटद्वार(पौड़ी) | यह पौड़ी में स्थित है | |
इलेक्ट्रॉनिक उद्योग | लैसडाउन(पौड़ी) | यह पौड़ी में स्थित है | |
वीरचन्द्र सिंह गड्वाली राजकीय मेडिकल कोलेज | 2008 | श्रींनगर(पौड़ी) | यह पौड़ी में स्थित है |
पर्यटन स्थान का नाम | स्थिति | प्रसिद्ध |
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श्रींनगर | पौड़ी गढ़वाल | श्रींनगर की स्थापना 1358 ई0 में गढ़वाल नरेश "महिपतिशाह" ने की थी लेकिन गढ़वालराज्य की राजधानी यहाँ पर "1515 ई0 में अजयपाल" द्वारा की गयी ! 1894 ई0 में "गौना झील "टूटने से श्रींनगर को भारी क्षति हुई ! |
कणवाश्रम | पौड़ी गढ़वाल | कोटद्वार से 10 किमी0 दूर शिवालिक श्रेणी के हिमकूट और मणिकूट पर्वतों के मध्य तथा "मालिनी नदी" के तट पर स्थित है यहाँ महाकवि कालिदास ने "अभिज्ञान शाकुंतलम" की रचना की थी ! महर्षि गौतम ,विश्वामित्र व कणव की तपस्थली कणवाश्रम विश्वामित्र व मेनका की पुत्री शकुन्तला एवं राजा दुष्यंत के प्रेम तथा भरत के जन्म का भी साक्षी है इन्ही भरत के नाम पर देश का नाम भारत पड़ा ! |
नीलकंठ महादेव | पौड़ी गढ़वाल | यहाँ शुभु-निशभु नाम के दो पर्वत है यहाँ शिवजी का मंदिर है |
सिद्धबली मंदिर | पौड़ी गढ़वाल | यह कोटद्वार के पास स्थित है यहाँ हनुमान जी का मंदिर है |
धार की देवी | पौड़ी गढ़वाल | यह काली देवी का मंदिर है |
सोम का भाड़ा | पौड़ी गढ़वाल | देवलगढ़ स्थित यह प्राचीन समय के राजाओं की राजधानी है |
केशोराय मठ | पौड़ी गढ़वाल | यह श्रींनगर के पास स्थित है यह केशवराय के नाम पर पड़ा 800 वर्ष पूर्व जब वे बद्रीनाथ की यात्रा पर थे तो वहा पर आराम के लिए रुके सपने में बद्री भगवान ने उन्हें आगे न बड़ने के लिए कहा उस स्थान पर जमीन में एक मूर्ति की स्थापना की जो एस स्थान पर स्थापित की गयी ! |
शंकरमठ | पौड़ी गढ़वाल | आदि गुरु शंकराचार्य ने इसकी स्थापना की थी |
कमलेश्वर मंदिर | पौड़ी गढ़वाल | यहाँ भगवान राम ने 1000 कमल के फूलों से भगवान शिव की उपासना की थी |
बिनसर महादेव | पौड़ी गढ़वाल | इसे तारकेश्वर दानपाप्रों में "वीरणेश्वर स्वामी" कहा जाता है |
ज्वाला देवी | पौड़ी गढ़वाल | यह देवी दुर्गा का मंदिर है |
तारकेश्वर मंदिर | पौड़ी गढ़वाल | यह लैन्सडाउन के पास है यह शिव का प्रसिद्ध मंदिर है |
कोट महादेव | पौड़ी गढ़वाल | यह स्थल महर्षि वाल्मीकि की तप स्थली थी |
लैन्सडाउन | पौड़ी गढ़वाल | इस स्थान की खोज सन 1887 में लार्ड लैन्सडाउन ने की थी ! यहाँ कालेश्वर महादेव का मंदिर है यहाँ गढ़वाल रायफल्स का मुख्यालय स्थित है |
देवलगढ़ | पौड़ी गढ़वाल | यहाँ राजराजेश्वरी देवी का प्राचीन मंदिर है |
कोटद्वार | पौड़ी गढ़वाल | यह गढ़वाल का प्रवेश द्वार है यह "खोह नदी" के पास स्थित है इसके पास "मोरध्वज का किला" है |
दुगड्डा | पौड़ी गढ़वाल | इसे 19 वी शताब्दी में "प0 धनि राम मिश्र" ने अपने खेत में बसाया था ! |
कालागढ़ | पौड़ी गढ़वाल | यहाँ रामगंगा नदी पर निर्मित बाध स्थित है |
गिन्दी मेला | पौड़ी गढ़वाल | इस मेले में गेद खेली जाती है |
बैकुण्ड चतुर्दशी मेला | पौड़ी गढ़वाल | यह श्रींनगर में कमलेश्वर मंदिर लगता है |
ताडकेश्वर मेला | पौड़ी गढ़वाल | यह लैंसडाउन में ताडकेश्वर मंदिर लगता है |
भुग्नेश्वरी देवी मेला | पौड़ी गढ़वाल | यह पौड़ी गढ़वाल में लगता है |
दनगल मेला | पौड़ी गढ़वाल | यहाँ महाशिवरात्रि पर मेला लगता है |
Last Update on: 31 Agu 2020