Being Ignorant is Not so Much a Shame, as Being Unwilling To Learn.
अल्मोड़ा उत्तराखंड राज्य का एक पहाड़ी जिला है अल्मोड़ा की स्थापना राजा बालो कल्याण चंद(III) ने 1558 ई0 में की थी ! जिसको सन 1892 को जिला बनाया गया था !
इसका क्षेत्रफल 3144 वर्गकिमी है जिसमे 1577 वर्गकिमी क्षेत्रफल में वन हैं ! अल्मोड़ा चंद वंसी राजाओं की राजधानी थी ! मान्यता है की चंद राजवंश के राजा कल्याण चंद ने 1563 ई में इस नगर
को बसाया था ! इससे पहले चंद राजवंश की राजधानी चम्पावत थी ! उन्होंने चम्पावत से राजधानी बदल कर आलमनगर(अल्मोड़ा) कर दी थी!
अल्मोड़ा स्कन्दपुराण के मानशखंड में कहा गया है की कोशिका (कोशी) और शाल्मली (सुयाल ) नदियों के बीच स्थित है ! यहाँ 14 वी सदी में कत्यूरी राजा भीम चंद द्वारा बनाया गया खगमरा किला था ! सन 1563 से 1790 तक यह भागोलिक व एतिहासिक दृष्टि से अग्रणीय रहा ! 1790 ई0 में गोरखाओ ने आक्रमण कर दिया ! सन 1801 ई0 में काशीपुर ब्रिटिश राज के अंतर्गत आ गया था ! सन 1814 ई0 में आंग्ल गोरखा युद्ध होने के बाद ब्रिटिश सेना ने काशीपुर में अपना डेरा दल दिया था ! इसके पश्चयात 11 फरवरी 1815 ई0 को कर्नल गार्डनर के नेतृत्व में सेना काशीपुर से कटारमल को रवाना हुई ! आगे चलकर ये सेना कर्नल निकोलस की टुकड़ी से जुड़ गयी था !25 अप्रैल 1815 को अल्मोड़ा पर आक्रमण कर के उस पर कब्ज़ा कर लिया ! इस युद्ध में गोरखा कमांडर हस्तिदल और जयराखा वीरगति को प्राप्त हुए ! 1816 ई0 में अग्रेजो ने एस क्षेत्र पर अपना कब्ज़ा कर लिया !
वर्तमान में जिला अल्मोड़ा में 11 विकासखंड हैं भेसियाछाना , भिकियासैन,चोखुटिया,द्वाराहाट,धोलादेवी ,हवालबाग ,लमगडा ,सल्ट , स्याल्दे, ताकुला ,ताड़ीखेत
वर्तमान में जिला अल्मोड़ा में अल्मोड़ा- 11,उपतहसील-3 हैं भनोली, भिकियासैन, अल्मोड़ा, चोखुटिया, द्वाराहट, जैती, रानीखेत,सल्ट,सोमेश्वर,स्याल्दे,बग्वालीपोखर, लमगडा(sub),जालली(sub),मछोड़(sub)
जिला अल्मोड़ा के अंतर्गत 6 विधानसभा सीट है - द्वाराहाट , सल्ट ,रानीखेत ,अल्मोड़ा ,जागेश्वर ,सोमेश्वर (SC)
जिला अल्मोड़ा के अंतर्गत 2 नगरपालिका परिषद् है - अल्मोड़ा नगरपालिका परिषद्( 1864 ई0 में स्थापित) , रानीखेत नगरपालिका परिषद् चिलयानोला
जिला अल्मोड़ा के अंतर्गत 4 नगर पंचायत है - द्वाराहाट ,भिकियासैन,चोखुटिया,भतरोजखान (अभी गठन नही हुआ है )
जिला अल्मोड़ा के अंतर्गत 1 छावनी परिषद् है - रानीखेत छावनी परिषद्
जिला अल्मोड़ा के अंतर्गत 11 क्षेत्र पंचायत है - 11 विकासखंड में क्षेत्र पंचायते है
जिला अल्मोड़ा के अंतर्गत 1162 ग्राम पंचायत है जिसमे प्रत्येक विकासखंड में भेसियाछाना (53) , भिकियासैन (99) ,चोखुटिया (97) ,द्वाराहाट (122) ,धोलादेवी (110) ,हवालबाग (127) ,लमगडा (103) ,सल्ट (138) , स्याल्दे (94) , ताकुला(89) ,ताड़ीखेत (130) ग्राम पंचायते हैं !
संस्थान का नाम | स्थापना | स्थिति | अन्य |
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विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसनधान संस्थान | 1924 | अल्मोड़ा | इसकी स्थापना डा. बोसी सेन ने की थी |
गोविन्दबल्लभ पन्त हिमालयन पर्यावरण विकास संस्थान | 1979 | कोसी(अल्मोड़ा) | सुमित्रानंदन पन्त के आवास (कोसानी) को और खुट(अल्मोड़ा) गोविन्दबल्लभ पन्त के आवास को संग्राहलय से जोड़ा गया हैं ! |
उदय शंकर नाट्य आकादमी | 2003 | फलसीमा(अल्मोड़ा) | संगीत के लिए प्रसिद्ध इसका नाम न्रत्य सम्राट उदय शंकर के नाम पर रखा |
राजकीय होटल मंज़ेमेंट संस्थान | अल्मोड़ा | ||
उत्तराखंड आवासीय विश्वविद्यालय | 2016 | पांडेखोला(अल्मोड़ा) | देहरादून स्थित दून विश्वविद्यालय के बाद उत्तराखंड का "दूसरा आवासीय विश्वविद्यालय" है! |
सोवन सिंह जीना परिसर कुमाऊ विश्वविद्यालय | अल्मोड़ा | ||
कुमाऊ इजीनियरिंग कालेज | द्वाराहाट (अल्मोड़ा) | रीजनल इजीनियरिंग कालेज का दर्जा प्राप्त है ! | |
लोक कला संस्थान | अल्मोड़ा | राज्य में लोक कला के विकास के लिए इसकी स्थापना की गयी! | |
भारतखंडे संगीत संस्थान | अल्मोड़ा | संगीत शिक्षा के लिए देहरादून,पोड़ी,अल्मोड़ा इसकी स्थापना की गयी ! | |
उत्तराखंड चाय विकास बोर्ड | अल्मोड़ा | चाय की उन्नत किस्म को विकसित करने के लिए स्थापित किया गया! | |
इंडियन मेडिसन फार्मास्टूटिकल लि0 | मोहान (अल्मोड़ा) | ||
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ आयुर्वेद फॉर ड्रग रिसर्च | ताड़ीखेत (अल्मोड़ा) | ||
कोआपरेटीव ड्रग फेक्टरी | रानीखेत (अल्मोड़ा) | ||
रक्षा कृषि शोध सस्थान | अल्मोड़ा | ||
उत्तराखंड अक्षय उर्जा विकास निगम | अल्मोड़ा | ||
उत्तराखण्ड सेवा निधि एवं पर्यावरण शिक्षा संस्थान | अल्मोड़ा | ||
मैग्नेसाइट फक्ट्री | झिरोली (अल्मोड़ा) | ||
कुमाऊँ रेजिमेंट | मई 1948 | अल्मोड़ा | कुमाऊँ रेजिमेंटकी स्थापना अक्टूबर 1945 को आगरा में की गयी ! |
पर्यटन स्थान का नाम | स्थिति | प्रसिद्ध |
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चितई गोलू मंदिर | अल्मोड़ा | न्याय का द्वार भी कहते है! |
द्वाराहट मंदिर समूह | द्वाराहाट(अल्मोड़ा) | यहाँ 30 मंदिरों का समूह है इसे हिमालय की द्वारिका भी कहते है! यह कत्यू राजाओ की कला प्रेमी का प्रतीक है ! यहाँ सबसे बड़ा मंदिर "गुजरदेव का मंदिर " हैं! |
जागेश्वर मंदिर समूह | अल्मोड़ा | यहाँ 124 छोटे बड़े मंदिरों का समूह है ! यह जटागंगा नदी के किनारे बसा है इसका निर्माण कत्यूर राजा शालिवाहन देव ने 8वी सदी में कराया !इसके अन्दर राजा दीपचंद की मूर्ति है ! यहाँ "श्रावणी मेला " लगता है |
कटारमल सूर्य मंदिर | कोसी(अल्मोड़ा) | इसका निर्माण कत्यूर राजा कटारमल ने 9-10वी सदी में कराया ! |
नंदा देवी मंदिर | अल्मोड़ा | कमिश्नर ट्रेल नंदा प्रतिमाओ को पर्वतेश्वर मंदिर में रखने के पश्च्यात यह नंदा देवी मंदिर कहलाया गया ! प्रतिवर्ष भाद्रपद की अस्टमी को मेला लगता है! |
गणनाथ | ताकुला (अल्मोड़ा) | यहाँ प्राकृतिक गुफा है !इसकी छोटी पर मल्लिका देवी मंदिर है ! |
दूनागिरी मंदिर | द्वाराहाट(अल्मोड़ा) | पुराणों के अनुसार दूनागिरी ही "द्रोणाचल पर्वत "है यह मंदिर "वैषणवी शक्ति पीठ " है इस मंदिर की स्थापना सन 1183 में हुई थी ! |
विमाडेश्वर मंदिर | द्वाराहाट(अल्मोड़ा) | स्थानीय लोग इसे "उत्तर का काशी" भी कहते है ! विषुवत संक्रांति पर यहाँ स्याल्दे बिखोती का मेला लगता हैं ! |
रानीखेत हिल स्टेशन | रानीखेत (अल्मोड़ा) | चंद राजा की रानी "जियारानी " के नाम पर इसका नाम रानीखेत पड़ा ! आधुनिक रानीखेत की स्थापना 1869 में हुई! यहाँ कुमाऊ रेजीमेंट का मुख्यालय है यहाँ के प्रमुख स्थल मंकामेश्वर मंदिर , झूला देवी मंदिर ,चोबटिया , कालिका मंदिर ,गाँधी कुटी (ताड़ीखेत) , शीतलाखेत ,नागदेव ताल ,मनीला, घोडाखाल ,हैं |
रामशिला मंदिर | अल्मोड़ा | 1588 में इसका निर्माण "राजा रूपचंद " ने कराया ! |
वीरणेश्वर मंदिर | अल्मोड़ा | 730-48 ई0 के मध्य में इसका निर्माण "राजा कल्याणचंद " ने कराया ! |
गोलू मंदिर | घोडाखाल (अल्मोड़ा) | इसका निर्माण "राजा लक्षमी चंद " ने कराया ! |
लखु गुफा | बडेछिना (अल्मोड़ा) | 1963 ई0 में इसकी खोज की गयी ! यहाँ मानव था पशुओ के चित्र मिलते है ! |
कसार देवी | अल्मोड़ा | 14 नृत्यकों का सुंदर चित्रण है! यह पर्वत पर है! |
सिमतोला इको पार्क | अल्मोड़ा | यह पार्क अल्मोड़ा -बागेश्वर मार्ग पर स्थित है |
सोमनाथ मेला | रानीखेत(अल्मोड़ा) | इस मेले पशुओ का क्रय- विक्रय होता है |
गणनाथ मेला | ताकुला (अल्मोड़ा) | यहाँ कार्तिक पूर्णिमा को मेला लगता है |
स्याल्दे बिखोती मेला | द्वाराहाट (अल्मोड़ा) | बैसाखी के प्रथम दिन एवं रात मेला लगता है |
वन्य जीव अभयारण्य/पार्क का नाम | स्थिति | प्रसिद्ध |
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बिनसर वन्य जीव अभयारण्य | अल्मोड़ा( 1988) | यहाँ मुख्य रूप से तेंदुआ,भालू ,मोनाल मिलते है ! |
तालाब, बाध,नदी | प्रसिद्ध |
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तड़ागताल | चोखुटिया में स्थित है |
प्रमुख आन्दोलन /घटनाएँ | विवरण |
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कुमाऊ का बारदोली | सल्ट |
Last Update on: 31 Agu 2020