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CHAMOLI (चमोली)

चमोली उत्तराखंड राज्य का एक पहाड़ी जिला है जिसको सन 1960 को जिला बनाया गया था ! 20 जुलाई ,1970 को अलकनंदा में बाड आने के कारण अलकापुरी(चमोली) का अधिकांश भाग बह जाने के कारण इसका मुख्यालय गोपेश्वर स्थानतरित कर दिया गया ! इसका क्षेत्रफल 8030 वर्गकिमी है

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विकासखंड(Block's)


वर्तमान में जिला चमोली में 9 विकासखंड हैं दसोली(चमोली) , जोशीमठ , घाट ,पोखरी , कर्णप्रयाग, गैरसण , नारायणबगड़ , थराली , देवाल

तहसील (Tehsil's)


वर्तमान में जिला चमोली में तहसील - 12 हैं चमोली , गैरसण , जोशीमठ , कर्णप्रयाग , पोकरी ,थराली ,देवाल ,नारायणबगड ,आदिबद्री ,जिलासु ,नंदप्रयाग , घाट..

विधानसभा सीट (Legislative Assambly Seat's)


जिला चमोली के अंतर्गत 3 विधानसभा सीट है - बद्रीनाथ ,कर्णप्रयाग , थराली(SC)


नगरपालिका परिषद् (Nagar Palika Parisad)


जिला चमोली के अंतर्गत 4 नगरपालिका परिषद् है - चमोली-गोपेश्वर , जोशीमठ ,कर्णप्रयाग ,गौचर


नगर पंचायत (Nagar Panchayat)


जिला चमोली के अंतर्गत 5 नगर पंचायत है - नन्दप्रयाग ,पोखरी ,गैरसंण, थराली ,पीपलकोटी


जिला पंचायत( Zila Panchayat)


जिला चमोली के अंतर्गत 1 जिला पंचायत है - चमोली-गोपेश्वर जिला पंचायत


क्षेत्र पंचायत( Xshetra Panchayat)


जिला चमोली के अंतर्गत 9 क्षेत्र पंचायत है - 9 विकासखंड में क्षेत्र पंचायते है


ग्राम पंचायत( Gram Panchayat)


जिला चमोली के अंतर्गत 615 ग्राम पंचायत है जिसमे प्रत्येक विकासखंड में दसोली(चमोली) (68) , जोशीमठ (58) ,घाट (54) ,पोखरी(72) ,कर्णप्रयाग (96) , गैरसण (93) ,नारायणबगड़ (85) ,थराली(44) ,देवाल (45) ग्राम पंचायते हैं !


चमोली में स्थित शिक्षण संस्थान/अन्य


संस्थान का नाम स्थापना स्थिति अन्य
हर्बल (जड़ी-बूटी) रिसर्च इंस्टिट्यूट गोपेश्वर (चमोली) यहाँ हर्बल उत्पादों का रिसर्च इंस्टिट्यूट स्थित है
राजकीय विधि कालेज गोपेश्वर (चमोली) यहाँ जिले का राजकीय विधि कालेज स्थित है

चमोली में स्थित मंदिर /पर्यटन स्थान और लगने वाले मेले


पर्यटन स्थान का नाम स्थिति प्रसिद्ध
पांच बद्री
बद्रीनाथ चमोली यह देश के चार धामों में से एक है यहाँ भगवान "विष्णु" का मंदिर है यह चमोली में स्थित 5 बद्रियो में से एक है यह श्रीकठ पर्वत शिखर के भव्य प्रस्ठ पट सहित , "नर और नारायण "पर्वत के पार्श्व में स्थित है बद्रीनाथ के पुजारी दक्षिण भारत स्थित मालबाबाद क्षेत्र के "आदि शंकराचार्य" के वंशज में से होते है जिन्हें "रावल " कहते है यह मंदिर के द्वार अप्रैल-मई में खुलते है और नवम्बर तृतीय सप्ताह में बंद हो जाते है इस मंदिर को तीन भागो में बाटा गया है " सिंहद्वार , मंडल , गर्भग्रह " इस मंदिर का निर्माण राजा अजयपाल के शासन में हुआ परन्तु इसे भव्य बनाने का श्रेय "कत्यूरी राजवश" को जाता है बद्रीनाथ में भगवान बद्रीनाथ की माता का "माता मूर्ति मंदिर " स्थापित है
आदिबद्री कर्णप्रयाग पांच बद्री में से एक है जिसमे समतल छत वाले 7 मंदिर अत्यंत प्राचीन है
भविष्यबद्री जोशीमठ पांच बद्री में से एक है यह जोशीमठ से 25 किमी पूर्व में सुबेन नामक स्थान पर है
वृद्ध बद्री जोशीमठ पांच बद्री में से एक है यह जोशीमठ से 7 किमी में अनिमठ नामक स्थान पर ह यहाँ आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा बद्रीनाथ की प्रतिमा सर्वप्रथम स्थापित की थी इसे पहली बद्री भी कहते है
योगध्यान बद्री जोशीमठ पांच बद्री में से एक है यह जोशीमठ से 24 किमी पूर्व में पन्डूकेश्वर नामक स्थान पर है
पंच केदार :- पंच केदारों में तुंगनाथ ,रुद्रनाथ ,मदमहेश्वर ,कल्पेश्वर ,केदारनाथ है जिसमे चमोली में रुद्रनाथ व कल्पेश्वर है बाकि तीन रुद्रप्रयाग में है
रुद्रनाथ चमोली यहाँ भगवान शिव के "रौद्र मुख" की पूजा होती है यह गोपेश्वर से 25 किमी0 दूरी पर है
कल्पेश्वर चमोली यहाँ शिव के "केशों " की पूजा की जाती है यहाँ कल्पवृक्ष के नीचे अप्सरा उर्वशी और ऋषि दुर्वाशा ने तपस्या की थी
तुंगनाथ रुद्रप्रयाग यह "चन्द्रनाथ "पर्वत शिखर पर स्थित है यहाँ शिव के "भुजा" की पूजा की जाती है यह विश्व का सबसे ऊँचाई (3680 मी0) पर स्थित भगवान शिव का मंदिर है
मदमहेश्वर रुद्रप्रयाग यह "चौखम्भा "पर्वत शिखर पर स्थित है यहाँ शिव के "नाभि " की पूजा की जाती है यह ऊँचाई (3298 मी0) पर स्थित भगवान शिव का मंदिर है
केदारनाथ रुद्रप्रयाग यह 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है यह शिव के "पश्च भाग " की पूजा होती है यह ऊँचाई (3584 मी0) पर स्थित भगवान शिव का मंदिर है
पंचप्रयाग :- पंच प्रयाग में रुद्रप्रयाग व देवप्रयाग(टिहरी) में है जिसमे चमोली में विष्णुप्रयाग , नंदप्रयाग ,कर्णप्रयाग है
विष्णुप्रयाग चमोली यह अलकनंदा , विष्णुगंगा तथा धौलीगंगा नदी के संगम पर स्थित है यह स्थान जोशीमठ से आगे है
नंदप्रयाग चमोली यह अलकनंदा तथा नंदाकिनी नदी के संगम पर स्थित है इसका नाम राजा नन्द के नाम पर रखा है
कर्णप्रयाग चमोली यह अलकनंदा तथा पिंडर नदी के संगम पर स्थित है यह स्थान कर्ण की तपस्थली रही है
रुद्रप्रयाग रुद्रप्रयाग यह अलकनंदा तथा मन्दाकिनी नदी के संगम पर स्थित है महाभारत में इसका नाम रूद्रावत था
देवप्रयाग टिहरी यह अलकनंदा (बहु) तथा भागीरथी (सास) नदी के संगम पर स्थित है इसका नाम इन्द्रप्रयाग भी कहते है
अन्य पर्यटन स्थान
औली चमोली यहाँ जोशीमठ से सड़क मार्ग से "रोपवे (1993 ई0 में शुरु)" सेवा प्रारम्भ है यहाँ स्कीइंग खेल खेला जाता है
हेमकुंड साहिब चमोली यह सात भव्य बर्फ के पहाड़ो से घिरा है यहाँ से "हिमगंगा " नामक नदी निकलती है यहां गुरु गोविन्द सिंह ने पूर्व जन्म में तप किया था यहाँ एक गुरुद्वारा है झील क किनारे लक्ष्मण मंदिर भी है
चादपुर गढी चमोली आदिबद्री-कर्णप्रयाग मार्ग पर एक लघु पहाड़ी पर स्थित है गडवाल के 52 गढों में से केवल एक ही गढ बचा है यहाँ "राजा भानु प्रताप" का किला है
रूपकुंड चमोली(देवाल) यहाँ 2.50 किमी0 की परिधि में नरकंकाल फैले हुए है
फूलो की घाटी चमोली इसे 2005 ई0 में विश्व धरोवर की सूचि में शामिल किया गया यह ऋषिकेश-बद्रीनाथ मार्ग पर गोविन्द घाट से 19 किमी0 पैदल घाघरिया है
ग्वालदम चमोली बागेश्वर सीमा पर स्थित है यह सेब और चाय उत्पादन के लिए प्रशिद्ध है यहाँ से 15 किमी0 दूर "अथारी" है
माणा चमोली भारत की सीमा में बसा अंतिम गाँव है यहाँ "अलकनंदा और सरस्वती नदीयों" का संगम है जिसे "केशव प्रयाग "कहते है यहाँ वसुंधरा जल प्रपात है यहाँ सरस्वती नदी पर बना "पाषाण शिला " है यहाँ "गणेश गुफा , व्यास गुफा ,भीम पुल " स्थित है यहाँ घंटा कर्ण का मंदिर है जहा वामन द्वादशी को मेला लगता है
जोशीमठ चमोली जोशीमठ का नाम संस्कृत शब्द "ज्योतिर्मठ" का विकृत रूप है जिसका अर्थ है "शिव के ज्योतिर्लिंग का स्थल " इस मठ की स्थापना "आदि गुरु शंकराचार्य" ने की थी
नंदादेवी चमोली जोशीमठ-मलारी मार्ग पर स्थित है यहाँ नंदा देवी शक्ति पीठ स्थित है
टिम्मपरसैण गुफा चमोली यह नीति घाटी में स्थित है यहाँ अमरनाथ गुफा की तरह बर्फ का शिवलिंग है जिस पर ऊपर से जल टपकता है
त्रिशूल पर्वत चमोली यह नवम्बर से फरवरी माह तक कन्या के मुह जैसा दिखता है
गोचर मेला चमोली यह नेहरू के जन्म दिन से शुरु हुआ
हरियाली पूडा मेला चमोली यह चमोली में लगता है

चमोली में स्थित तालाब, बाध,नदी ,ग्लेशियर


तालाब, बाध,नदी,ग्लेशियर प्रसिद्ध
दूनागिरी ग्लेशियर यह ग्लेशियर चमोली में स्थित है
हिपराबमक ग्लेशियर यह ग्लेशियर चमोली में स्थित है
बद्रीनाथ ग्लेशियर यह ग्लेशियर चमोली में स्थित है इसकी लम्बाई 10 किमी0 है
संतोपथ और भागीरथी ग्लेशियर यह ग्लेशियर चमोली में स्थित है
संतोपथ सत्यपद ताल यह ताल चमोली में है यह अलकनंदा का उद्गम स्थान है यह त्रिकोण आकार का है
विरहीताल यह ताल चमोली में है इसे "गौना झील " भी कहते है इससे विरही नदी निकलती है
बेनीताल यह ताल चमोली में है जो आदिबद्री के पास स्थित है
विष्णुताल यह ताल चमोली में स्थित है यह बद्रीनाथ के पास स्थित है
लिंगताल और आछरी ताल यह ताल चमोली में है जो फूलो की घाटी के पास स्थित है
सूखाताल और झलताल यह ताल चमोली में है जो घाट के पास स्थित है
काकभुशुण्डि ताल यह ताल हाथी पर्वत में है जो जोशीमठ के पास स्थित है
गोहनाताल यह ताल गोपेश्वर में है इस ताल का निर्माण 1895 ई0 में विरहीगंगा में पहाड़ गिरने से हुआ 1970 ई0 में यह स्वयं टूटकर समाप्त हो गयी
लोकपाल (हेमकुंड) यह ताल चमोली में स्थित है यहाँ लक्ष्यमण गंगा का उद्गम स्थान है यहाँ "हेमकुंड साहिब" है तथा गुरु गोविन्द सिंह की तप स्थली है
मणिभद्र और सिद्ध ताल यह ताल चमोली में स्थित है
गुडयार और आदि मृतकाताल,नरसिंह ताल यह ताल चमोली में स्थित है
रूपकुण्ड और होमकुण्ड यह ताल चमोली में है यह बेदनी बुग्याल से आगे स्थित है

चमोली में स्थित दर्रे


दर्रे स्थिति प्रसिद्ध
नीति चमोली-तिब्बत यह दर्रा चमोली-तिब्बत के मध्य स्थित है
किंगरी-बिंगरी चमोली-तिब्बत यह दर्रा चमोली-तिब्बत के मध्य स्थित है
माणा-डूगरी ला चमोली-तिब्बत यह दर्रा चमोली-तिब्बत के मध्य स्थित है
बालचा चमोली-तिब्बत यह दर्रा चमोली-तिब्बत के मध्य स्थित है
घाटरिया चमोली-तिब्बत यह दर्रा चमोली-तिब्बत के मध्य स्थित है
कोई चमोली-तिब्बत यह दर्रा चमोली-तिब्बत के मध्य स्थित है
म्यूंडार चमोली-तिब्बत यह दर्रा चमोली-तिब्बत के मध्य स्थित है
शलशला चमोली-तिब्बत यह दर्रा चमोली-तिब्बत के मध्य स्थित है
तन्जुन चमोली-तिब्बत यह दर्रा चमोली-तिब्बत के मध्य स्थित है
चोरहोती चमोली-तिब्बत यह दर्रा चमोली-तिब्बत के मध्य स्थित है
लमलंग चमोली-तिब्बत यह दर्रा चमोली-तिब्बत के मध्य स्थित है
बाराहोती चमोली-पिथौरागढ़ यह दर्रा चमोली-पिथौरागढ़ के मध्य स्थित है
मार्चयोक चमोली-पिथौरागढ़ यह दर्रा चमोली-पिथौरागढ़ के मध्य स्थित है
टोपीधुंगा चमोली-पिथौरागढ़ यह दर्रा चमोली-पिथौरागढ़ के मध्य स्थित है
लातुधुरा चमोली-पिथौरागढ़ यह दर्रा चमोली-पिथौरागढ़ के मध्य स्थित है

चमोली में स्थित वन्य जीव अभयारण्य/पार्क


वन्य जीव अभयारण्य/पार्क का नाम स्थिति प्रसिद्ध
नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान चमोली (1982) यहाँ मुख्य रूप से हिमालयन भालू ,स्नो लेपर्ड,मोनाल मिलते है इसका क्षेत्रफल 624 वर्गकिमी है इसका मुख्यालय "जोशीमठ" है 1988 ई0 में विश्व धरोवर घोषित किया
फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान चमोली (1982) यहाँ मुख्य रूप से हिमालयन भालू ,स्नो लेपर्ड,मोनाल मिलते है इसका क्षेत्रफल 87.50 वर्गकिमी है इसका मुख्यालय "जोशीमठ" है 2005 में विश्व धरोवर घोषित किया
केदार वन्य जीव विहार चमोली (1972) यह चमोली और रुद्रप्रयाग में फैला है इसका क्षेत्रफल 957.20 वर्गकिमी0 है

चमोली में स्थित ठन्डे ,गर्म और जलप्रपात कुण्ड


ठन्डे कुण्ड का नाम गर्म कुण्ड /जलप्रपात का नाम
ऋषि कुण्ड,बेदनीकुण्ड ,हेमकुंड ,होमकुण्ड, गोरीकुंड ,नाग कुण्ड, सप्तकुण्ड ,नंदीकुण्ड (मधुगंगा ) तप्तकुण्ड (बद्रीनाथ के पास) ,भापकुण्ड(तपोवन ,जोशीमठ) , बसुन्धरा जल प्रपात (यहाँ 112 मी0 उचाई से पानी गिरता है)

चमोली में स्थित पर्वत शिखर


पर्वत शिखर का नाम ऊँचाई स्थिति
नन्दादेवी (पश्चिमी) 7817 मी0 यह पर्वत चमोली में स्थित है यह राज्य की सर्वोत्तम ऊँचा पर्वत शिखर है
कामेट 7756 मी0 यह पर्वत चमोली में स्थित है यह राज्य की दूसरा ऊँचा पर्वत शिखर है
नन्दादेवी (पूर्वी) 7434 मी0 यह पर्वत चमोली-पिथोरागड़ में स्थित है यह राज्य की तीसरा ऊँचा पर्वत शिखर है
माणा 7272 मी0 यह पर्वत चमोली में स्थित है
बद्रीनाथ 7140 मी0 यह पर्वत चमोली में स्थित है
चौखम्बा 7138 मी0 यह पर्वत चमोली में स्थित है
त्रिशूल 7120 मी0 यह पर्वत चमोली में स्थित है
संतोपथ 7084 मी0 यह पर्वत चमोली में स्थित है
द्रोंणगिरी (दूनागिरी) 7066 मी0 यह पर्वत चमोली में स्थित है
गंधमादन 6984 मी0 यह पर्वत चमोली में स्थित है
केदारनाथ 6968 मी0 यह पर्वत चमोली-उत्तरकाशी में स्थित है
कालोका 6931 मी0 यह पर्वत चमोली में स्थित है
पंचाचूली 6904 मी0 यह पर्वत चमोली-पिथोरागड़ में स्थित है
नंदाकोट 6861 मी0 यह पर्वत चमोली-पिथोरागड़ में स्थित है यह धौली(प0)-गोरीगंगा नदी के मध्य स्थित है
हाथीपर्वत 6727 मी0 यह पर्वत चमोली में स्थित है
देवस्थान 6678 मी0 यह पर्वत चमोली में स्थित है
नन्दाखाट 6674 मी0 यह पर्वत चमोली में स्थित है
नीलकंठ 6597 मी0 यह पर्वत चमोली में स्थित है
नंदाघुंघटी 6309 मी0 यह पर्वत चमोली में स्थित है
स्वर्गारोहाणी 6252 मी0 यह पर्वत चमोली-उत्तरकाशी में स्थित है
गौरी 6250 मी0 यह पर्वत चमोली में स्थित है यह धौलीगंगा-सरस्वती नदी के मध्य स्थित है
गुन्नी 6180 मी0 यह पर्वत चमोली-पिथोरागड़ में स्थित है
नारायण पर्वत 5965 मी0 यह पर्वत चमोली में स्थित है बद्रीनाथ इन्ही पर्वतों के मध्य स्थित है
नर पर्वत 5831 मी0 यह पर्वत चमोली में स्थित है बद्रीनाथ इन्ही पर्वतों के मध्य स्थित है
जैलंग पर्वत 5871 मी0 यह पर्वत चमोली में स्थित है

Last Update on: 31 Agu 2020